News uttaranchal : केदारनाथ क्षेत्र में पिछले कई दिनों से खराब मौसम और बर्फबारी से मुश्किलें बढ़ गई हैं। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भैरव गदेरा, कुबेर गदेरा और बड़ी लिनचोली के पास हिमखंड खिसकने से आवाजाही के लिए रास्ता बंद हो गया है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व लोक निर्माण विभाग के मजदूर बर्फ साफ करने में जुटे हैं। वहीं, मार्ग पर गौरीकुंड से रामबाड़ा के बीच क्षतिग्रस्त पुश्तों व रेलिंग की मरम्मत का काम भी जोरों पर चल रहा है। साथ ही जलसंस्थान द्वारा पेयजल लाइन बिछाई जा रही है।
केदारनाथ क्षेत्र में बीते 15 मार्च से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है, जिसके चलते पैदल मार्ग कई जगहों पर अति संवेदनशील हो गया है। मार्ग पर कई जगह हिमखंड खिसकर रास्ते पर आ गए हैं, जिससे वहां टनों बर्फ जमा होने से आवाजाही बंद हो गई है।
बीते दो दिनों से डीडीएम के द्वारा यहां बर्फ सफाई का काम किया जा रहा है। बीते दिनों रुक-रुककर हल्की से तेज बर्फबारी हुई थी। ऐसे में वहां पहले से मौजूद हिमखंडों पर नई बर्फ का दबाव पड़ने से वह तेजी से खिसक रहे हैं, जिस कारण यात्रा तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं।
दूसरी तरफ गौरीकुंड से रामबाड़ा के बीच जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त हैं, वहां मरम्मत कार्य चल रहे हैं। जलसंस्थान द्वारा यात्रियों के लिए शुद्ध पेयजल के इंतजाम किए जा रहे हैं। साथ ही घोड़ा-खच्चरों के लिए चरियों की मरम्मत हो रही है।
डीडीएमए के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि हिमखंडों के खिसकने से रास्ते में कई टन बर्फ आ गई है, जिसे साफ किया जा रहा है। रुद्रा प्वाइंट से बेस कैंप के बीच रास्ते से बर्फ हटा दी गई है। आगे के रास्ते पर काम प्रगति पर है।
शुक्रवार को सुलभ इंटरनेशनल के कर्मचारियों ने सोनप्रयाग व गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी की सफाई कर वहां पड़े प्लास्टिक कचरे को निकाला। साथ ही स्थानीय लोगों को भी नदी की साफ-सफाई के लिए प्रेरित किया। संस्था के प्रभारी धनंजय पाठक ने बताया कि आगामी यात्रा के लिए हाईवे सहित पैदल मार्ग पर शौचालय का निर्माण कार्य चल रहे हैं। आगामी 10 से 15 अप्रैल तक अधिकांश निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा।
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