News Uttaranchal : हल्द्वानी के लोगों को अब कुसुमखेड़ा की तरह स्मार्ट मीटर से पानी मिलेगा। यहां करीब ढाई हजार आबादी को अब तक जल संस्थान की ओर से जलापूर्ति हो रही थी। जिसका बिल तीन महीने में मैनुअल तरीके से आता था। अब चूंकि आपूर्ति व्यवस्था जल निगम विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत आ गई है। ऐसे में लोगों को चार महीने में स्मार्ट मीटर के तहत रीडिंग के आधार पर बिल चुकाना होगा।
हल्द्वानी में करीब पांच हजार से अधिक आबादी को पहले गौला नदी से पानी की आपूर्ति होती थी। बाद में क्षेत्र की बढ़ती अबादी को देखते हुए फरवरी 2020 में करीब 12 करोड़ की लागत से विश्व बैंक परियोजना के तहत पेयजल योजना का काम शुरू हुआ।
करीब डेढ़ वर्ष बाद यहां नलकूप, पंप हाउस, 32 किमी लाइन बिछाते ही जल निगम ने आधी आबादी को कनेक्शन देकर पानी की सप्लाई करना चालू कर दिया। जिसके बाद कई जगहों पर जल संस्थान और जल निगम दोनों की ओर से एक ही व्यक्ति को बिल पहुंचने के मामले सामने आए।
समस्या के समाधान के लिए एक अप्रैल 2023 को जल संस्थान ने फ्रेंड्स कालोनी का नलकूप समेत आपूर्ति व्यवस्था जल निगम को हस्तांतरित कर दी। जिसके चलते अन्य आबादी को भी अब स्मार्ट मीटर से 14.69 रुपये प्रति किलोलीटर के हिसाब से बिल का भुगतान करना होगा।
जल निगम विश्व बैंक परियोजना के सहायक अभियंता वाईएस रावत ने बताया कि पूरे क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी गई है। कुछ जगह स्मार्ट मीटर पहले से लगे हैं। जहां नहीं हैं, वहां इसकी कार्यवाही चल रही है। इससे उपभोक्ता रीडिंग के हिसाब से जरूरत का पानी खर्च करेंगे।
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