उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि 4जी व 5जी कनेक्टिविटी की योजना पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। देश के प्रत्येक पंचायत, ब्लाक, तहसील और जिला मुख्यालय में ये तकनीक उपलब्ध होगी। यह सुविधा तकरीबन सभी जिला मुख्यालयों तक पहुंच गई है। मार्च 31 तक हमने 50 हजार साइट का टारगेट लिया था, जो दो लाख तक पहुंच चुका है।
देहरादून-चंडीगढ़ में 200 साइट हैं, जिन पर बहुत तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमने तकनीक का एक नया स्तर तैयार किया है। एक छोटे से साफ्टवेयर के जरिये 4जी को 5जी में बदल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देवभूमि आने वाले श्रद्धालुओं को 5जी के रूप में एक शानदार उपहार मिल रहा है। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, रेखा आर्य, मेयर सुनील उनियाल गाम समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे।
अमेरिका 4जी व 5जी तकनीक चाहता है
वैष्णव ने कहा, आज पूरी दुनिया में भारत की अपनी 4जी व 5जी की डिमांड है। जब मैं देहरादून आ रहा था तो मेरे अपर सचिव ने बताया कि अमेरिका भारत की 4जी व 5जी तकनीक लेना चाहता है। यह मोदी सरकार के काम करने का तरीका है। हिंदुस्तान अब टेक्नोलॉजी का एक्सपोर्टर बन रहा है। हमारे इंजीनियरों ने 6जी पेटेंट कराने शुरू कर दिए हैं। ऐसे 100 से अधिक पेटेंट हो चुके हैं।
हमारी पहाड़ की शक्ति के साथ रास्ता निकालने की सोच
रेल मंत्री के तौर पर उन्होंने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का जिक्र किया। कहा कि 125 किमी की परियोजना में 121 किमी टनल है। हिमालय के पहाड़ों में पहली बार टनल बोरिंग मशीन का प्रयोग हो रहा है। हिंदुस्तान दुनिया को हिमालयन टनलिंग मैथड दे रहा है। पहाड़ की शक्ति को उपयोग करके उसमें स्थायित्व बनाने की इस तकनीक पर दुनिया के लोग रिसर्च कर रहे हैं। पहाड़ की शक्ति के साथ रास्ता निकालने की हमारी यह सोच है। हम नेचर के साथ एक होकर काम कर रहे हैं।
वैष्णव ने बीएसएनएल की सेवाओं को लेकर भाई साहब नहीं लगेगा के जुमले पर कहा कि अब इसमें बहुत सुधार हुआ है। अब लोग कहेंगे, भाईसाहब नया लगेगा।
बुजुर्गों को रेल यात्रा में रियायत मिलनी कब शुरू होगी से जुड़े प्रश्न पर रेल मंत्री ने कहा कि आज भी रेलवे यात्रियों को 55 प्रतशित रियायत दे रहा है। पिछले साल रेलवे ने करीब 60 हजार करोड़ की सब्सिडी दी, जो बहुत बड़ी राशि है।