उत्तराखंड में मानसून के आगमन से पहले शासन ने जिलों को अभी से तैयारियों को परखने के निर्देश दिए हैं। संवेदनशील जिलों को विशेष तौर पर हिदायत दी गई है। सभी जिलाधिकारी समय से पूर्व मॉक ड्रिल के माध्यम से अपनी तैयारियों को परखेंगे और रिपोर्ट शासन को देंगे।
सोमवार को सचिव आपदा प्रबंधन प्राधिकरण रंजीत सिन्हा की अध्यक्षता में सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कुछ जिलाधिकारी प्रत्यक्ष तौर पर मौजूद रहे तो कुछ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराई।
सचिव रंजीत सिन्हा ने सभी जिलाधिकारियों को जिलों में अनिवार्य रूप से मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग आपदा की स्थिति में जिलों से संपर्क बनाए रखने के लिए अपने एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित कर लें, जो समय से जिलों की समस्याओं को उचित स्तर पर पहुंचाने का कार्य करे।
ग्राम पंचायत कितरोली में प्रधान पद के लिए मैदान में उतरे दो प्रत्याशियों में से…
सौर ऊर्जा नीति 2013 के अंतर्गत सोलर प्रोजेक्ट हासिल करने वाली 12 फर्मों को झटका…
दो लाख का लोन पाओ जिसमें 75 फीसदी होगा माफ... इस ऑफर के साथ जोर-शोर…
पर्यावरण संरक्षण एवं सांस्कृतिक चेतना के उद्देश्य से स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी.. ऊरेगी, पौड़ी…
उत्तराखंड की धामी सरकार ने 51 हजार की सब्सिडी बंद कर दी है। अब उपभोक्ताओं…
बदरीनाथ मंदिर के कपाट खोलने के कार्यक्रम तय हो गए हैं। 21 अप्रैल को डिम्मर…