News Uttaranchal , 30 January 2023: टेक्नोलॉजी:
इंटरनेट टेक्नोलॉजी की दुनिया में इस समय चैट जीपीटी की चर्चा काफी तेजी से हो रही है। इसके बारे में लोग जानने के लिए उत्सुक है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि यह गूगल सर्च को भी टक्कर दे सकता है। चैट जीपीटी से आप जो भी सवाल पूछते हैं उसका जवाब आपको लिख करके दिया जाता है।
फिलहाल वर्तमान के समय में इस पर काम चल रहा है और जल्द से जल्द इसे लोगों तक बड़े पैमाने पर पहुंचाया जाएगा। जिन लोगों ने सोशल मीडिया यूजर के तौर पर इसका टेस्ट किया है उन्होंने इसे पॉजिटिव रिस्पांस दिया है। तो चलिए आखिर जान लेते हैं कि “चैट जीपीटी क्या है” और “चैट जीपीटी का इतिहास क्या है” और “चैट GPT काम कैसे करता है।” और इसके फायदे और नुकसान के बारे में.
Chat GPT क्या है (What is Chat GPT)
अंग्रेजी भाषा में चैट जीपीटी का फुल फॉर्म चैट जेनरेटिव प्रिट्रेंड ट्रांसफार्मर होता है। इसका निर्माण ओपन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा किया गया है जो कि एक प्रकार का चैट बोट है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से ही यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करेगा। आप इससे किसी भी तरह का सवाल करके इससे जानकारी प्राप्त कर सकते है
इसे हम एक सर्च इंजन समझे तो भी सही है अभी इसकी लॉन्चिंग हुई है। इसलिए अभी सिर्फ यह अंग्रेजी भाषा में ही इस्तेमाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूद है। हालांकि आगे चलकर इसमें और भी भाषा का इस्तेमाल किया जायेगा आप यहां पर जो भी सवाल लिखकर पूछते हैं, उस सवाल का जवाब चैट जीपीटी के द्वारा आपको विस्तार से प्रदान किया जाता है।
इसे साल 2022 में 30 नवंबर को लांच किया गया है और इसकी आधिकारिक वेबसाइट chat.openai.com है। इसके यूजर की संख्या अभी तक 2 मिलियन के आसपास पहुंच चुकी है। जब आप गूगल पर किसी भी चीज को सर्च करते हैं तो गूगल के द्वारा आपको उस चीज से संबंधित कई वेबसाइट दिखाई जाती है
परंतु चैट जीपीटी बिल्कुल अलग तरीके से काम करता है। यहां पर आप जब कोई सवाल सर्च करते हैं तो चैट जीपीटी उस सवाल का डायरेक्ट जवाब आपको दिखाता है। चैट जीपीटी के द्वारा आपको निबंध, यूट्यूब वीडियो स्क्रिप्ट, कवर लेटर, बायोग्राफी, छुट्टी की एप्लीकेशन इत्यादि लिख करके दिया जा सकता है।
चैट जीपीटी का इतिहास (History of Chat GPT)
Sam Alt man नाम के व्यक्ति द्वारा एलन मस्क के साथ मिलकर, साल 2015 में चैट जीपीटी की स्टार्टिंग की गई थी। हालांकि जब इसकी शुरुआत की गई थी तभी यह एक नॉनप्रॉफिट कंपनी थी परंतु 1 से 2 साल के पश्चात ही एलेन मस्क के द्वारा इस प्रोजेक्ट को बीच में ही छोड़ दिया गया है।
चैट जीपीटी कैसे काम करता है (How Chat GPT works?)
आखिर यह काम कैसे करता है। दरअसल इसे ट्रेन करने के लिए डेवलपर के द्वारा इसके लिए पब्लिक तौर पर उपलब्ध डाटा का यूज किया गया है। जो डाटा इस्तेमाल में लाया गया है उसी में से यह चैट बोट आपके द्वारा जो सवाल सर्च किए जाते हैं उसका जवाब ढूंढता है और फिर जवाब को सही प्रकार से और सहीं लैंग्वेज में क्रिएट करता है और उसके पश्चात रिजल्ट को आपके डिवाइस की स्क्रीन पर प्रस्तुत करता है।
यहां पर आपको यह भी बताने का ऑप्शन मिलता है कि आप इसके द्वारा बताए गए जवाब से संतुष्ट हैं अथवा नहीं है। आपके द्वारा जो भी जवाब दिया जाता है उसके हिसाब से यह अपने डाटा को भी लगातार अपडेट करता रहता है। हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चैट जीपीटी की ट्रेनिंग साल 2022 में खत्म हो चुकी है। इसलिए आपको इसके बाद की जो घटना घटित हुई है उसकी जानकारी या फिर डेटा की जानकारी सही तौर पर प्राप्त नहीं हो सकेगी।
इसकी प्रमुख विशेषता यह है कि आपके द्वारा जो सवाल यहां पर पूछे जाते हैं उनका जवाब आपको बिल्कुल विस्तार से आर्टिकल के रूप में प्रदान होता है।
चैट जीपीटी का इस्तेमाल कैसे करें (How to use Chat GPT, Login, Sing Up)
Chat gtp का इस्तेमाल करने के लिए आपको इसको ऑफिसियल वेबसाइट Chat.openai.com पर जाकर signup करके लॉग इन करना होगा तभी आप इसका इस्तेमाल कर सकते है
वर्तमान में इसका इस्तेमाल बिल्कुल मुफ्त में किया जा सकता है और बिल्कुल मुफ्त में इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर अकाउंट भी क्रिएट किया जा सकता है। हालांकि भविष्य में हो सकता है कि इसका इस्तेमाल करने के लिए लोगों से चार्ज लिया जाये.
चैट जीपीटी के फायदे (Benefits of ChatGPT)
चैट जीपीटी के नुकसान क्या है?
क्या चैट जीपीटी गूगल को पीछे छोड़ देगा (Will Chat GPT kill Google?)
अलग-अलग हिंदी और अंग्रेजी समाचार चैनल को जब हमने देखा, साथ ही अलग-अलग हिंदी और अंग्रेजी न्यूज़ वेबसाइट को भी जब हमने खंगाला तो इस बात की जानकारी हमें प्राप्त हुई कि वर्तमान के समय में चैट जीपीटी के द्वारा गूगल को पीछे नहीं छोड़ा जा सकेगा, क्योंकि चैट जीपीटी के पास वर्तमान के समय में लिमिटेड इंफॉर्मेशन ही अवेलेबल है और इस पर ज्यादा ऑप्शन भी मौजूद नहीं है।
इसके द्वारा किसी को सिर्फ उतना ही जवाब दिया जा सकता है जितना जवाब देने के लिए इसे ट्रेन किया गया है, वही इसके विपरीत गूगल के पास दुनिया भर के अलग-अलग लोगों का डाटा मौजूद है। इसलिए गूगल पर आपको विभिन्न प्रकार की जानकारी ऑडियो, वीडियो, फोटो तथा शब्द फॉर्मेट में प्राप्त हो जाती है। इसके अलावा चैट जीपीटी की एक खामी यह भी है कि यहां पर आपको सवालों के जवाब मिलते हैं वह सही हो यह जरूरी नहीं है.
परंतु दूसरी तरफ गूगल के पास लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाला एल्गोरिथ्म मौजूद है, जिसके द्वारा वह आसानी से इस बात को समझ जाता है कि यूजर जो सर्च कर रहा है उसके पीछे यूजर को क्या प्राप्त करने की इच्छा है। इसी कारण से यह कहा जा सकता है कि वर्तमान के समय में गूगल को किसी भी प्रकार से चैट जीपीटी के द्वारा पछाड़ा नहीं जा सकता है। हालांकि चैट जीपीटी अगर लगातार अपने आपको बेहतरीन करने पर काम करता है तो गूगल को पीछे छोड़ा भी जा सकता है।
टेक्नोलॉजी की बात की जाए तो ऐसी कई टेक्नोलॉजी आ चुकी है जिसकी वजह से समय-समय पर इंसानों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इसीलिए कई लोग इस बात को लेकर भी चिंतित है कि चैट जीपीटी की वजह से कई लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है।
हालांकि अगर विस्तार पूर्वक देखा जाए तो इसकी वजह से किसी भी इंसान की नौकरी खतरे में नहीं आती है। क्योंकि इसके द्वारा जो जवाब उपलब्ध करवाए जाते हैं वह 100 पर्सेंट सही नहीं होते हैं। हालांकि हो सकता है कि आने वाले समय में चैट जीपीटी की टीम इस पर काफी मेहनत के साथ काम करें और इसे लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ एडवांस बनाने का प्रयास करें।
ऐसी अवस्था में यह काफी लोगों की नौकरी को खत्म भी कर सकता है। अगर इसे लगातार डिवेलप किया जाता रहता है तो इसकी वजह से ऐसी नौकरी खत्म हो सकती है जिसमें सवाल-जवाब से संबंधित कामकाज होते हैं। जैसे कि कस्टमर केयर, कोचिंग पढ़ाने वाले टीचर इत्यादि।
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