Ramnagar Hanuman Dham: दुनिया का अकेला ऐसा चमत्कारी मंदिर, जहां होते हैं बजरंगबली के 21 रूपों के दर्शन

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उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। यहां देवी-देवताओं का निवास हैं। नैनीताल के रामनगर में स्थित हनुमान धाम आस्था का अटूट केंद्र बन गया है। भक्तों का कहना है कि हनुमान धाम में बजरंग बली के नौ स्वरूपों और बारह लीलाओं के दर्शन होते हैं। भक्तों का कहना है कि हनुमान धाम में हनुमान भगवान के सामने अपनी मनोकामना लिखकर रखने से सभी मन्नतें पूरी हो जाती हैं। जानकारों का कहना है कि यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का अकेला ऐसा मंदिर है, जहां एक साथ बजरंगबली के नौ रूपों और उनकी बारह लीलाओं के दर्शन होते हैं।

 

 

 

स्थानीय लोगों का कहना है कि हनुमान भगवान के आदर्शों पर चलने के लिए इस धाम का निर्माण किया गया है।

 

कब जाएं हनुमान धाम और क्या होगा समय
कभी भी मंदिर बंद नहीं रहता है। रविवार से शनिवार के दिन मंदिर सुबह 6:00 से शाम के 9:00 तक खुलता है। इस समय हनुमान की यहां अद्भुत आरती होती है। दोपहर के 1:00 बजे से 2:00 बजे तक विश्राम का समय होता है। हनुमान धाम में मंगला आरती एवं पुष्पांजलि सुबह 7 बजे होता है। भोग और भोग आरती दोपहर 12 बजे होता है। हनुमान चालीसा पाठ, सायंकालीन आरती एवं पुष्पांजलि शाम 7:30 बजे होता है और शयन आरती रात 9 बजे होता है।

प्रतिदिन पहुंचते हैं सैकड़ों श्रद्धालु
हनुमान धाम में विराजमान हनुमान भगवान के विभिन्न रूप देखने के लिए हर रोज सैकड़ों लोग आते हैं। इसके अलावा अब गिरिजा मंदिर के अलावा कॉर्बेट पार्क आने वाले पर्यटक भी भारी संख्या में हनुमान धाम पहुंचते है।

 

गर्मियों-सर्दियों के दिनों में प्रतिदिन लागू किया नियम 
सर्दियों में हनुमान धाम मंदिर सुबह 5 बजे खुलता है और रात 8 बजे बंद हो जाता है। सर्दियों में भी विश्राम करने का समय दोपहर 1-2 बजे का होता है। कहा जाता है जब भी आप हनुमान धाम जा रहे हो। तो कुछ भी नॉनवेज खा कर ना जाए। प्याज और लहसुन भी ना खाए। यह हनुमान भगवान का काफी प्रसिद्ध मंदिर में से एक है इसलिए यहां पर नॉनवेज प्याज, लहसुन जैसे खाना खाकर जाना अनुचित नहीं माना जाता।

हनुमान धाम में विराजमान हनुमान के नौ रूप

  • हनुमान का दिव्य स्वरूप
  • बाल रूप में बजरंगबली माता अंजनी के साथ
  • प्रभु राम के चरणों में हनुमान भगवान का दास स्वरूप
  • रामामणि हनुमान
  • संकीर्तनी हनुमान
  • हनुमान भगवान का पंचमुख स्वरूप
  • संजीवनी हनुमान
  • प्रभु राम और लक्ष्मण को कंधों पर उठाए हुए हनुमान
  • राम सीता हृदय में बसाए हुए हनुमान

 

हनुमान धाम रामनगर के पास में स्थित है। जो की रामनगर से 7 किलोमीटर दूरी पर है। हनुमान धाम आने के लिए आप तीन तरह के रास्तों से आ सकते हैं। जिसमें हवाई जहाज, ट्रेन और सड़क मार्ग हैं।

हवाई जहाज द्वारा
दिल्ली से पंतनगर के लिए फ्लाइट आसानी से उपलब्ध है। जिसमें आप पंतनगर तक आ सकते हैं। पंतनगर हवाई अड्डा हनुमान धाम के सबसे पास हवाई अड्डा है। पंतनगर से हनुमान धाम 72 किलोमीटर दूर है। इसके बाद यहां से आप बस या गाड़ी बुकिंग कर सकते हैं जो आपको रामनगर या हनुमान धाम तक पहुंचा सकती है।

ट्रेन मार्ग
रेल मार्ग द्वारा रामनगर भारत के प्रमुख शहरों के साथ सीधे रेलवे नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। रामनगर, नैनीताल जिले में आने वाली ट्रेन के अंतिम बिंदुओं में से एक है। भारत के प्रमुख स्थलों से रामनगर के लिए ट्रेनें अक्सर चलती रहती हैं। यहां से हनुमान धाम 7 किलोमीटर दूर है। आपको हनुमान धाम जाने के लिए ऑटो बुकिंग करनी होगी।

सड़क मार्ग यात्रा
बस से आप सीधा रामनगर आ सकते हैं। कुमाऊं क्षेत्र और गढ़वाल क्षेत्र के प्रमुख शहरों से रामनगर के लिए टैक्सियां आसानी से उपलब्ध हैं। कई निजी बस सेवा प्रदाता दिल्ली से रामनगर के बीच लक्जरी बसें संचालित करते हैं। यहां से रामनगर के लिए बसें आसानी से उपलब्ध हैं।

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