मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, एसएसबी से प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयं सेवकों की मदद के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर आग्रह किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न विभागों में गुरिल्ला स्वयं सेवकों को आजीविका से जोड़ने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
इसके अलावा वाइब्रेंट विलेज योजना, निजी सुरक्षा एजेंसियों में सुरक्षा कर्मी, होमगार्ड में प्रशिक्षक, फॉरेस्ट फायर वॉचर, पुलिस विभाग के तहत ग्राम चौकीदार, लोक निर्माण विभाग में विभिन्न कार्यों, वन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं अन्य क्षेत्रों में गुरिल्ला स्वयं सेवकों की सेवाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है, इस दिशा में ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को निर्देश दिए कि संबंधित विभागों की ओर से राज्य के प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयं सेवकों को आजीविका से जोड़ने और उनके प्रशिक्षण का लाभ राज्य को भी मिल सके, इस दिशा में जो भी कार्रवाई की जा सकती है, इसके अनुपालन में समय-समय पर बैठक ली जाए।
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