एशिया में दो और देशों के बीच कूटनीतिक तनाव उत्पन्न हो गया है। मंगलवार को ईरान की सेना ने पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान में एयर स्ट्राइक कर दी। जवाब में गुरुवार को पाकिस्तान ने दावा किया कि उसकी सेना ने ईरान की सीमा में घुसकर कथित आतंकी ठिकानों पर हमला किया है।
इससे पहले ईरान की एयरस्ट्राइक के बाद बुधवार को पाकिस्तान ने ईरानी राजदूत को तलब किया था। वहीं, हमले को लेकर ईरान ने भी स्पष्ट किया कि उसके नागरिकों के खिलाफ आतंकी कार्रवाई पर देश की प्रतिक्रिया निर्णायक और सख्त होगी। इन कार्रवाइयों के चलते दोनों देशों में तनाव काफी बढ़ चुका है। ईरान और पाकिस्तान कभी एक दूसरे के घनिष्ठ दोस्त हुआ करते थे लेकिन अब दोनों एक दूसरे के यहां हमले कर रहे हैं। आइये जानते हैं विवाद की शुरुआत कैसे हुई? पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई को लेकर क्या दावा किया है? दोनों देशों के रिश्ते कैसे बिगड़े हैं?
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
दोनों देशों के बीच हालिया तनाव तब उत्पन्न हुआ जब ईरान ने मंगलवार शाम (16 जनवरी) को पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर बमबारी की। ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने ब्लूचिस्तान प्रांत के एक गांव पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिसमें जैश अल-अदल के दो प्रमुख मुख्यालय तबाह हो गए। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमले में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गईं।
ईरान की यह कार्रवाई उसके द्वारा हाल ही में किए गए हमलों की शृंखला का ही हिस्सा थी। पाकिस्तान में हमले से महज कुछ ही घंटे पहले ईरान ने सीरिया और इराक में भी मिसाइल हमले किए थे। दरअसल, ईरान के करमन शहर में दोहरे आत्मघाती बम विस्फोट में 80 से अधिक ईरानी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी। ईरान को शक था कि हमले में जैश अल-अदल का भी हाथ हो सकता है।
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