मासी (अल्मोड़ा)। मासी में रामगंगा नदी में नहाने गए नव दंपति की डूबने से मौत हो गई है। दोनों का विवाह करीब तीन माह पहले 5 मार्च को दिल्ली में हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कनरें निवासी ममता (26) व अलीगढ़ निवासी रोहित दिल्ली में सर्विस करते हैं दोनों नोएडा में रहते हैं। इसी 5 मार्च को दोनों का विवाह दिल्ली में हुआ था। ममता शादी के बाद पहली बार अपने पति के साथ अपने मायके कनरें आई थी। दो दिन पहले घर के मंदिरों में पूजा करने के बाद इन्होंने मासी भूमियाँ मंदिर में पूजा की। बुधवार को ममता पति के साथ अपने ननिहाल भगौती गई थी और वहां से लौटने के बाद दोनों मासी में आईटीआई के निकट रामगंगा में नहाने लगे। बताया गया कि इस दौरान दोनों डूब गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दोनों शवों को नदी से निकाला। प्रभारी एसओ बृजमोहन भट्ट ने बताया कि दोनों मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है व शवों का पंचनामा भर लिया गया है। रानीखेत में पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
घटना के बाद दोनों परिवारों में कोहराम मचा है। उधर घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक के परिजन घर से रवाना हो चुके हैं। जबकि महिला के मायके कनरें में घटना की जानकारी मिलने के बाद उसके माता पिता सहित सभी परिजन गहरे सदमे में हैं।
खतरे वाले स्थान पर बोर्ड लगाएगी पुलिस
मासी में बुधवार को जिस स्थान पर नव दंपत्ति की डूबने से मौत हुई है उससे नीचे की ओर कुछ दूरी पर पहले भी कुछ लोग डूबकर काल के गाल में समा चुके हैं। इसके बावजूद उस स्थान से आईटीआई तक के पूरे खतरनाक जॉन में अब तक किसी भी विभाग अथवा अन्य लोगों ने कोई ऐसा बोर्ड नही लगाया है जिससे नहाने वाले को उक्त खतरनाक स्थान के बारे में कोई पूर्व सूचना मिल सके।
इधर एसओ जसविंदर सिंह ने कहा कि यदि उस क्षेत्र में किसी भी स्तर से बोर्ड नही लग पाया है तो अब पुलिस उन दोनों स्थानों पर अपनी ओर से चेतावनी बोर्ड लगाएगी, तांकि भविष्य में फिर कोई भी व्यक्ति उस स्थान पर नहाकर अपनी जान को खतरे में न डाले।
Uttarakhand News 17 Dec 2024: प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू करने से पहले इसकी…
कोलकाता में रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या के विरोध में शनिवार से…
गौतम थापर के स्वामित्व वाली अवंता ग्रुप की उत्तराखंड में करोड़ों रुपये की संपत्तियों को…
यूसीसी लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें गर्व है…
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, अनुकूल औद्योगिक नीति, शांत औद्योगिक वातावरण, दक्ष मानव संसाधन…
उत्तराखंड लोक और निजी संपत्ति क्षति वसूली अध्यादेश 2024 को अब विधेयक के रूप में…