व्यापारियों और भूमि स्वामियों ने बाजार के 200 मीटर पैच पर बाईपास बनाने की उठाई मांग
व्यापारियों की मांग को 50 गांवों के लोगों ने दिया समर्थन
कोटद्वार-पौड़ी के बीच गुमखाल में हाईवे चौड़ीकरण के विरोध में व्यापारियों व भूमि स्वामियों ने बाजार बंद रखा। बाजार बंद का व्यापक असर रहा। सवारियों और स्थानीय लोगों को चाय तक नहीं मिली। व्यापारियों और भूमि स्वामियों ने हाईवे चौड़ीकरण के मानकों के सरलीकरण की मांग उठाई। कहा कि गुमखाल बाजार में हाईवे के यदि 200 मीटर पैच को बाईपास बना दिया जाए तो बाजार बच जाएगा। व्यापारियों की मांग का आसपास के 50 गांवों के लोगों ने समर्थन किया।
हाईवे चौड़ीकरण के विरोध में गुमखाल के व्यापारी और भूमि स्वामियों ने मंगलवार को पूरा बाजार बंद रखा। बाजार बंद के दौरान हुई सभा में गुम की प्रधान सन्नू देवी, व्यापार मंडल अध्यक्ष मान सिंह रावत, व्यापारी नेता दिगंबर सिंह रावत, सत्यपाल सिंह चौहान, अजय चौहान, सोहन नेगी, सतेंद्र सिंह ने कहा कि एनएच के मौजूदा मानकों के अनुसार चौड़ीकरण होने से 1953 में बसे बाजार पर संकट मंडरा रहा है। यहां पर करीब 70 छोटे-बड़े दुकानदार हैं जिनकी आजीविका प्रभावित हो रही है। कहा कि गुमखाल बाजार का करीब 200 मीटर का पैच एक संकरी पहाड़ी पर स्थित है जहां पर चौड़ीकरण होने की गुंजाइश नहीं है। अगर यहां पहाड़ी के दोनों तरफ चौड़ीकरण किया जाएगा तो सारा बाजार खत्म हो जाएगा। व्यापारियों ने यहां पर बाईपास अथवा फ्लाईओवर बनाने की मांग उठाई ताकि 50 गांवों के गुमखाल बाजार को बचाया जा सके। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि एनएच के अधिकारी धरातल पर आकर सर्वे नहीं कर रहे हैं। जिला प्रशासन भी उनकी जायज मांग नहीं सुन रहा है। कहा कि व्यापारी और आसपास के गांवों के लोग जबरन अधिग्रहण के खिलाफ हैं। कहा कि एक बार फिर व्यापारी अपनी बात गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष रखेंगे।
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