बाबा का नन्हा भक्त…16 किमी पैदल चलकर धाम पहुंचा चार साल का आदित्य, तिरंगा लेकर लगाए जयकारे
News Uttaranchal : भगवान आशुतोष के द्ववादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार को सुबह 6:20 बजे शुभलग्न में भक्तों के लिए खोल दिए गए। इस दौरान गुजरात के बड़ौदा से अपने पिता के साथ बाबा केदार के दर्शनों को पहुंचे चार वर्षीय आदित्य सबके आकर्षण का केंद्र रहे।
धोती, कुर्ता, पहाड़ी टोपी और हाथों में तिरंगा लिए यह बच्चा गौरीकुंड से 16 किमी पैदल चलकर पिता के साथ धाम पहुंचा। वहीं, कपाट खुलने पर बाबा के दर्शन के बाद यह बच्चा हाथों में तिरंगा लिए मंदिर परिसर व अन्य स्थानों पर सबके आकर्षण का केंद्र बना रहा।
कपाट खुलने के मौके पर धाम में करीब चार हजार श्रद्धालु मौजूद रहे और जय बाबा केदार के जयकारे गूंजते रहे। देश और उत्तराखंड की सुख-समृद्धि की कामना के साथ धाम में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी केदारनाथ पहुंचकर पूजा की। दोपहर चार बजे तक 18 हजार श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे।
कपाट खोलते ही पूरा केदारपुरी क्षेत्र बाबा के जयकारों से गूंज उठा। इसके बाद मुख्य पुजारी शिवलिंग ने गर्भ गृह में केदारनाथ को समाधि रूप से जागृत किया और अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया। साथ ही समाधि की भस्म व पुष्प को भक्तों को प्रसाद रूप में वितरित किया गया। मुख्य पुजारी एवं वेदपाठियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की। इस दौरान बाबा के दर्शनों के लिए भक्तों का उल्लास चरम पर रहा।
केदारनाथ के कपाट खुलने पर पार्श्व गायक रूप कुमार राठौड़, सोनाली राठौर और उनकी बेटी ने भक्तिमय गीतों की प्रस्तुति दी जिस पर श्रद्धालु झूमते रहे। कार्यक्रम में गायक राठौड़ की बेटी रीमा ने शिव स्तुति का गायन कर लोगों को भाव विभोर कर दिया।
इंदौर के चालीस सदस्यीय दल ने केदारनाथ में हनुमंत भगवान ध्वज के तहत बैंड की शानदार प्रस्तुतियां दीं। दल में शामिल युवक व युवतियों ने भगवान शिव के भजनों पर आधारित धुनों को बैंड के साथ प्रस्तुत किया जिससे केदारपुरी में माहौल भक्तिमय हो गया।