उत्तराखंड के काशीपुर में तंत्र-मंत्र के चक्कर में अपनी दो बेटियों को मार डालने के मामले का पुलिस ने खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि यह घटना अंधविश्वास और निरक्षरता के कारण हुई है।
दो दिन पूर्व दिन तंत्र-मंत्र के चक्कर में अपनी दो बेटियों को मार डालने के मामले का पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने काशीपुर कोतवाली में बताया कि यह घटना अंधविश्वास और निरक्षरता के कारण हुई है। राजमिस्त्री का काम करने वाला खालिक कॉलोनी निवासी अलीहसन तंत्र-मंत्र में ज्यादा विश्वास रखता है इसलिए उसे लग रहा था कि दोनों बेटियों पर ऊपरी हवा का साया है। उसके लगता था कि उसकी बेटियों के अंदर चुड़ैल तथा जिन्न छिपे हैं।
उन्हें निकालने के फेर में ही उसने दोनों बेटियों को अमानवीय यातनाएं दीं। उन्हें भूखा प्यासा रखा, जिस कारण उनकी जान चली गई । पुलिस अली हसन को मंगलवार को कोर्ट में पेश करेगी। उन्होंने बताया कि अली हसन के छोटे बेटे को दो दिन से बुखार था। इस बुखार को भी उसने ऊपरी हवा के साए का कारण माना और ऊपरी हवा को निकालने के चक्कर में उसकी आंख फोड़ दी। कहा कि दो-तीन दिन और घटना का खुलासा न होता तो यह भी हो सकता था कि उसके छोटे बेटे की भी जान चली जाती।
एसएसपी ने बताया कि परिवार और आसपास का कोई व्यक्ति केस दर्ज करने नहीं आया तो पुलिस ने खुद ही रिपोर्ट दर्ज कर ली। परिवार के सभी सदस्यों को हल्द्वानी स्थित एसटीएच में भर्ती कराकर उनका मानसिक इलाज और काउंसलिंग कराई जा रही है। एसएसपी ने बताया कि जब तक परिवार के सदस्य पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते, अली हसन की पत्नी हुसैन जहां, बेटा फरमान, रिजवान, अरमान और बेटी साइना को चिकित्सकों की देखरेख में ही रखा जाएगा।
अली बोला, मैंने नहीं, ऊपरी हवा ने मारा
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि किस-किस तरह से अली हसन ने बेटियों को यातनाएं दीं लेकिन उनकी ही मौजूदगी में पत्रकारों के सामने अली हसन इस बात से मुकरता रहा कि उसने कोई यातना नहीं दी। उसका कहना था कि उसकी दोनों बेटियां चुडैल और जिन्न के असर के चलते परेशान थीं और चुड़ैल और जिन्न ही उसकी बेटियों को अपने साथ ले गईं। वह बार-बार चिल्लाता रहा कि उसके परिवार पर ऊपरी हवा का साया है।
अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम छेड़ेगी पुलिस
दो बेटियों को मौत के घाट उतार देने के मामले में पुलिस ने अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम छेड़ने का निर्णय लिया है। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने कहा कि इसके लिए पुलिस गांव-गांव और शहरी कॉलोनी में चौपाल लगाकर काउंसिलिंग करेगी। इसके लिए पुलिस मनोचिकित्सकों की भी सहायता लेगी।
बेटियों के शरीर पर दरिंदगी के अनेक दाग, चोट के 20 से भी ज्यादा निशान
दोनों बेटियों के साथ किस कदर दरिंदगी की गई उनके शरीर पर दिख रहे चोटों के निशान इसकी गवाही दे रहे हैं। कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी ने बताया कि दोनों बेटियों के शरीर पर चोटों और दागने के निशान मिले हैं।
पुलिस और अस्पताल के सूत्रों के अनुसार दोनों बेटियों के शरीर पर चोट के 20 से भी ज्यादा निशान पाए गए। इसके साथ ही शरीर पर दागने के भी निशान दिखे। हिरासत में लिए गए अली हसन, उसकी पत्नी और बेटी से की गई पूछताछ में सामने आया कि मारपीट से परेशान होकर बेटियां दया की भीख मांगती थी। ऐसा मानकर कि उनके अंदर छिपा शैतान बोल रहा है उन्हें और अधिक पीटा जाता था।
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