बीते दिसंबर की तुलना में इस साल के पहले दिन से ही रामलला के दरबार में दर्शन-पूजन की होड़ है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले सुरक्षा कारणों से कुछ दिन के लिए दर्शन पर कहीं रोक न लग जाए, इस आशंका में बड़ी संख्या में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। जनवरी के सात दिनों के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं।
रविवार को वृंदावन से आए संत माधवदास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से एक सप्ताह पहले रामलला के दर्शन करना शायद पहले जितना आसान न रहे, इसलिए उससे पहले ही आराध्य की छवि निहारने चले आए हैं। 22 जनवरी के बाद तो पूरा देश ही उमड़ने लगेगा। ऐसे में यह समय सबसे मुफीद लगा। कानपुर से आए अजय यादव रामलला के दर्शन कर मुग्ध दिखे। बोले- इन दिनों बच्चों की छुट्टियां हैं। सोचा रामलला के दर्शन कर आते हैं। आगे भीड़ बढ़ेगी। सुरक्षा कारणों से प्राण प्रतिष्ठा तक कभी भी रोक भी लग सकती है।
उधर, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि बीते दिसंबर में रामलला के दर्शनार्थियों की रोजाना औसत संख्या 15 से 20 हजार ही थी। अब 25 से 30 हजार श्रद्धालु माथा टेकने पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं का यह रेला अयोध्या का वैभव निहारने आ रहा है।
दिसंबर में दर्शनार्थियों की औसत संख्या- 15 से 20 हजार
जनवरी में इस तरह बढ़ी संख्या
1 जनवरी- 44000
2 जनवरी- 31520
3 जनवरी- 26225
4 जनवरी- 25000
5 जनवरी- 23445
6 जनवरी-30277
7 जनवरी-33224
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