Shamar Joseph: नींबू-अमरूद से किया अभ्यास, मंगेतर मदद न करती तो क्रिकेटर न बन पाते सिक्योरिटी गार्ड रहे जोसेफ

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क्रिकेट की दुनिया को नया सितारा मिल गया है। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शमर जोसेफ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में डेब्यू के बाद से कई रिकॉर्ड बना दिए हैं। वह दो टेस्ट में 13 विकेट ले चुके हैं। दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में उनकी घातक गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 27 साल बाद टेस्ट में हराया है। दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 216 रन का लक्ष्य मिला था और स्टीव स्मिथ (91) और कैमरन ग्रीन (42) का इरादा कुछ और ही था।

 

 

दोनों शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन इसके बाद शमर का कहर देखने को मिला और उन्होंने सात विकेट झटके और पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को धराशाई कर दिया। पहली पारी में उन्हें एक विकेट मिला था। इससे पहले शमर ने इसी सीरीज में डेब्यू टेस्ट की डेब्यू पारी में भी पांच विकेट झटके थे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर की अपनी पहली ही गेंद पर स्टीव स्मिथ का विकेट लिया था। हालांकि, वह टेस्ट ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत गई थी, क्योंकि उन्हें मात्र 26 रन का लक्ष्य मिला था। हालांकि, दूसरे टेस्ट में शमर ने दिखा दिया कि यह तो बस शुरुआत है और आने वाले समय में वह कई और बड़े रिकॉर्ड बनाने वाले हैं।

 

 

शमर के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है। वेस्टइंडीज के लिए डेब्यू करने से पहले वह गयाना के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके हैं। उन्होंने वहां भी खुद को साबित किया। गयाना के लिए खेलने से पहले शमर ने सिक्योरिटी गार्ड और मजदूर की नौकरी भी की। वह नींबू और अमरूद से क्रिकेट प्रैक्टिस करते थे। अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के लिए उन्हें काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा है।

आइए उनके संघर्ष की कहानी के बारे में जानते हैं…

 

 

शमर का जन्म 31 अगस्त 1999 को छोटे से कैरिबियाई जगह गयाना के बराकारा में हुआ था। यह जगह कांजे नदी से 225 किमी दूर स्थित है। न्यू एम्सटरडैम से इस जगह पर पहुंचने के लिए नाव से दो दिन की यात्रा करनी पड़ती है। बराकारा में 2018 तक कोई इंटरनेट सेवा नहीं थी। बचपन में शमर के गांव में सिर्फ एक ब्लैक एंड व्हाइट टीवी हुआ करता था और बातचीत के लिए टेलीफोन लैंड लाइन्स। बराकारा में पहली बार इंटरनेट सेवा 2018 में बहाल हुई थी। ऐसे में शमर टीवी पर पुराने मैचों के हाइलाइट्स देखकर बचपन गुजारा है। बराकारा में सिर्फ एक हेल्थ सेंटर था और सिर्फ एक प्राइमरी स्कूल। इस जगह पर आठवीं कक्षा से ऊपर के लिए कोई स्कूल नहीं था। बराकार गांव की जनसंख्या 350 लोगों की है।

 

 

जोसेफ के परिवार में उन्हें मिलाकर पांच भाई और तीन बहनें हैं। उन्होंने बचपन से कर्टली एम्ब्रोस और कर्टनी वॉल्श के मैचों के हाइलाइट्स देखकर उसे प्रैक्टिस करने की कोशिश की। वह गांव में टेप बॉल से इसका अभ्यास करते थे। इसके अलावा वह नींबू और अमरूद जैसे फलों से गेंदबाजी अभ्यास करते थे। इसे बराकारा में जंगल लैंड क्रिकेट के नाम से जाना जाता था। वेस्टइंडीज के लिए काफी समय पहले डेब्यू करने वाले रोमारियो शेफर्ड के पड़ोसी हैं। शमर ने क्रिकेट करियर की शुरुआत क्लब क्रिकेट से की। उन्होंने ट्यूकबर पार्क क्रिकेट क्लब के लिए कुछ फर्स्ट डिविजन और सेकंड डिविजन मैच खेले। यह लंबे प्रारूप वाले मैच हैं और इस तरह शमर बराकारा के पहले टेस्ट क्रिकेटर बन गए।

पैसों की तंगी ने क्रिकेट छोड़ने पर मजबूर किया

 

प्रोफेशनल क्रिकेट करियर शुरू करने से पहले भी शमर को कई पापड़ बेलने पड़े। पैसों की तंगी की वजह से शमर ने क्रिकेट छोड़ पिता का हाथ बंटाना शुरू कर दिया। वह लकड़ी काटने और उसे ट्रांसपोर्ट करने में अपने पिता का हाथ बंटाने लगे। बराकारा में लकड़ी की कटाई और फिर उसे कैंजे नदी से न्यू एम्स्टर्डम तक पहुंचाने का काम शुरू कर दिया। एक बार तो वह बाल बाल बच गए जब पेड़ उनपर गिरने वाला था, लेकिन वह बच गए थे। हालांकि, इस पेशे से तंग आकर शमर ने बरकारा छोड़कर न्यू एम्सटरडैम में बसने का फैसला किया, ताकि अपने परिवार को आर्थिक तंगी से उबार सकें।

मंगेतर ने क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया

न्यू एम्सटरडैम में शमर की पहली नौकरी एक निर्माण कंपनी में लगी। वह वहां मजदूरी का काम करते थे। इसके बाद उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड की भी नौकरी की। हालांकि, इसमें उन्हें दिन-रात 12-12 घंटे की नौकरी करनी पड़ती थी। ऐसे में उनका क्रिकेट खेलने का सपना उनसे दूर होता गया। इसी समय उनके जीवन में एक लड़की आई, जिससे उन्होंने सगाई कर ली। तब उनकी मंगेतर ने उन्हें इस पेशे से निकलकर क्रिकेट की तरफ ध्यान लगाने में मदद की। अगर मंगेतर न होती तो शायद शमर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी से निकलकर क्रिकेटर न बन पाते। सगाई के बाद शमर ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी छोड़ दी और पूरा ध्यान क्रिकेट में लगा दिया।
अब सवाल यह था कि शमर को प्रोफेशनल क्रिकेट में एंट्री कैसे मिले? ऐसे में उनके पड़ोसी और अच्छे दोस्त रहे रोमारियो शेफर्ड ने काफी मदद की। रोमारियो की मदद से ही शमर को प्रोफेशनल क्रिकेट में पहला मौका मिला। रोमारियो ने शमर को गयाना क्रिकेट टीम के हेड कोच एसुआन क्रैंडन और कप्तान लियोन जॉनसन से मिलाया। इसके अलावा शमर को गयाना के पूर्व क्रिकेटर और अब बिजनेसमैन बने डेमियन वांतुल से भी काफी मदद मिली। डेमियन ने शमर से बाकी सबकुछ भूलकर क्रिकेट पर पूरा ध्यान लगाने को कहा और उनकी मदद करने को तैयार हो गए। इसके बाद डिविजन-वन क्रिकेट खेलते हुए अपने पहले ही मैच में शमर ने 13 रन देकर छह विकेट झटके। इस प्रदर्शन से उन्हें प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का बुलावा आया।

प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शानदार डेब्यू

 

 

शमर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू एक फरवरी 2023 को गयाना के लिए खेलते हुए बारबाडोस के खिलाफ किया था। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पहला फाइव विकेट हॉल विंडवार्ड आइलैंड के खिलाफ लिया था। तब उन्होंने 12 ओवर में 41 रन देकर पांच विकेट झटके थे। घरेलू क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी को देखते हुए उन्हें कैरिबियाई प्रीमियर लीग 2023 में मौका मिला। गयाना अमेजन वॉरियर्स की टीम ने उन्हें नेट बॉलर के तौर पर टीम में शामिल किया। इसके बाद कीमो पॉल के चोटिल होने पर शमर स्क्वॉड में शामिल हो गए। इस दौरान उनकी मुलाकात गयाना अमेजन वॉरियर्स के टैलेंट स्काउट प्रसन्ना अगोरम से हुई।

 

 

 

शमर ने कैरिबियाई प्रीमियर लीग में कमाल दिखाया

प्रसन्ना ने शमर जोसेफ को क्रिकेट को गंभीरता से लेने के लिए कहा और उनकी काफी मदद की। शमर ने क्रिकेट में प्रसन्ना को अपने माता-पिता का दर्जा दे दिया। प्रसन्ना ने गयाना अमेजन वॉरियर्स के कप्तान इमरान ताहिर को 2023 कैरिबियाई प्रीमियर लीग के लिए अपनी टीम में शामिल करने के लिए मनाया था। जोसेफ ने टी20 डेब्यू गयाना अमेजन वॉरियर्स के लिए बारबाडोस रॉयल्स के खिलाफ 17 सितंबर 2023 को किया था। इस लीग में भले ही उन्हें सिर्फ दो मैच खेलने का मौका मिला हो, लेकिन उन्होंने 140 किमी से ज्यादा की गति से शॉर्ट बॉल फेंकने की क्षमता ने सभी का काफी प्रभावित किया था। उनकी टीम गयाना अमेजन वॉरियर्स 2023 की चैंपियन बनी थी।

दिसंबर में वेस्टइंडीज की सीनियर टीम में शामिल किए गए

 

 

शमर ने अपना लिस्ट-ए क्रिकेट डेब्यू 29 अक्तूबर 2023 को गयाना के लिए बारबाडोस के खिलाफ 2023-24 सुपर50 कप टूर्नामेंट में किया। उन्हें चोटिल रोंसफोर्ड बीटन के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में लाया गया। इसके बाद शमर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें फिर दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए वेस्टइंडीज-ए टीम में शामिल किया गया। वह इस दौरे पर केविन सिंक्लेयर के साथ वेस्टइंडीज के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। उन्होंने 12 विकेट झटके थे। दिसंबर 2023 में शमर को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए वेस्टइंडीज की सीनियर टीम में शामिल किया गया। वह टीम में शामिल सात अनकैप्ड खिलाड़ियों में से एक थे।

शमर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी

 

 

17 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में शमर ने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया और अपनी पहली ही गेंद पर स्टीव स्मिथ को पवेलियन भेज दुनिया को चौंका दिया। इतना ही नहीं 11वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए और 36 रन की पारी खेली और पहले टेस्ट की पहली पारी में केमार रोच के साथ 55 रन की साझेदारी कर टीम को 188 रन तक पहुंचाया था। 36 रन किसी वेस्टइंडीज के 11वें नंबर के बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा रन हैं। दूसरे टेस्ट में चोटिल होने के बावजूद शमर ने गेंदबाजी की और सात विकेट लेकर वेस्टइंडीज के ऑस्ट्रेलिया में 27 साल बाद टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभाई। शमर को दूसरे टेस्ट के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ अवॉर्ड भी दिया गया।

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