संस्कृत भारती उत्तरांचल के द्वारा प्रबोधन वर्ग का आयोजन पूर्ण हुआ
कोटद्वार : सरस्वती विद्या मंदिर जानकी नगर में आयोजित संस्कृत भारती उत्तरांचल के द्वारा प्रबोधन वर्ग का आयोजन 5 दिनांक से 13 दिनांक तक निरंतर जारी रहा इस वर्ग में तन मन धन से जुटे हुए कार्यकर्ता एवं गण मान्य तथा सामाजिक प्रतिष्ठित व्यक्ति व शिक्षक शिविर में जुटे। सभी के सहयोग से कोटद्वार में प्रथम बार संस्कृत भारती का आवासीय वर्ग निर्विघ्न रूप से पूर्ण हुआ , शिविर में शिक्षक श्रीकांत दुदपुड़ी में कहा कि संस्कृत पुरातन समय में जन-जन की भाषा थी समय के साथ-साथ भाषा का ह्रास होता गया ।
इस समय संस्कृत भारती संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए पूरे विश्व में काम कर रही है।संस्कृत भारती के प्रयास से आज विश्व के अनेक देशों में करोड़ों लोग इस समय संस्कृत बोलना जानते हैं संस्कृत भाषा देव भाषा देव वाणी है और राष्ट्रभाषा बनने की और अग्रसर है श्रीकांत दुदपुड़ी ने कहा कोई भी 10 दिन में आराम से संस्कृत सीख सकता हैऔर बोल सकता है। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधान सभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूड़ी के द्वारा किया गया।समापन अवसर पर प्रांत अध्यक्ष जानकी देवी त्रिपाठी, प्रांत संगठन मंत्री गौरव जी ,विभाग संयोजक पंकज ध्यानी, सतीश देवरानी शिक्षक कुलदीप मेंदोला, रमाकांत कुकरेती, रोशन गोड,रोशन बलूनी, यतेंद्र नेथानी, सिद्धार्थ नैथानी आदि उपस्थित रहे।