News Uttaranchal : पिथौरागढ़। अपने पशुओं के चारागाह को बचाने, धारे-नौले को बचाने के लिए महिलाओं ने जंगलों को आग से बचाने की मुहिम शुरू की है। उनका कहना है कि वे अपने गांव के जानवरों को भूखे मरते नहीं देखना चाहतीं। गर्मी में धारे-नौले को पानी से लबालब देखना चाहती हैं। इसके लिए वह हर वह उपाय कर रही हैं जिससे उनके गांव के जंगल में आग न लग सके।
गुरना बीट के इन दो गांवों की महिलाएं सुबह अपना काम करने के बाद दिन में वनाग्नि की रोकथाम में जुट रही हैं। वह जंगलों में फैली सूखी घास को एकत्र कर उसका निस्तारण कर रही हैं जिससे वनों में आग न फैले। वह अपने नाप खेतों में एकत्र होकर पराली को जला रही हैं। लोगों को जागरूक करने के साथ ही वन पंचायत में बने रास्तों पर पिरुल की सफाई, फायर लाइन बनाने आदि काम में वन विभाग को सहयोग भी कर रहीं हैं।
Uttarakhand News 17 Dec 2024: प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू करने से पहले इसकी…
कोलकाता में रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या के विरोध में शनिवार से…
गौतम थापर के स्वामित्व वाली अवंता ग्रुप की उत्तराखंड में करोड़ों रुपये की संपत्तियों को…
यूसीसी लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें गर्व है…
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, अनुकूल औद्योगिक नीति, शांत औद्योगिक वातावरण, दक्ष मानव संसाधन…
उत्तराखंड लोक और निजी संपत्ति क्षति वसूली अध्यादेश 2024 को अब विधेयक के रूप में…